Everything you crave Coming right up
आरव अब सिर्फ बच्चा नहीं रहा, वो कामला की ममता का बंधन बन चुका है।
आरव अब सिर्फ बच्चा नहीं रहा, वो कामला की ममता का बंधन बन चुका है। रात के तीसरे पहर उसकी हँसी… कभी माँ की गोदी में, तो कभी हवेली की छत पर गूंजती है। “कामला आंटी मुझे झूला झुला रही हैं…” उसकी बातें अब मासूमियत से ज़्यादा डर बन चुकी हैं। आरती ने ठान लिया है — या तो वो अपने बेटे को बचाएगी… या उसी के साथ मर जाएगी। वो तहखाने में छुपी कामला की डायरी खोज निकालती है। हर पन्ना… एक अधूरी औरत की जलती ज़िंदगी का दस्तावेज़ बनकर सामने आता है। एक माँ, जो अपने बच्चे को बचा नहीं सकी… और खुद को जला बैठी। अब कहानी पूरी होनी है — या तो कामला को मुक्ति मिलेगी… या आरव को। कामला Part 4 एक माँ और एक आत्मा के बीच अंतिम टकराव की भूमिका है — जहाँ दिल से लिया गया हर फ़ैसला… सीधे रूह तक असर करता है।
26 Seasons